बेटियों को बचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
जागरण संवाददाता, गुड़गांव: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि बेटियों को बचाने की मुहिम और गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस सूबे के बड़े अस्पतालों और गैर सरकारी संगठनों से इस कार्य में सहयोगी भूमिका में आगे आने की अपील की।
मुख्यमंत्री बुधवार को मेदांता अस्पताल में 'बेटियां हैं अनमोल, बचाओ दिल से' अभियान के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार से रियायती दर में जमीन लेने वाले बड़े अस्पतालों में गरीबी रेखा के नीचे के लोगों का मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही कहा कि सरकार जल्द ही बेटियों के लिए कुछ योजनाओं की घोषणा करेगी। प्रधानमंत्री ने भी महिलाओं के एक बड़े सम्मेलन की बात की है, जो 22 जनवरी को हो सकता है। इसमें कन्या भ्रूण हत्या रोकने में माताओं से समर्थ भूमिका निभाने की अपील की जाएगी। बेटियां हर तरह से सशक्त हों यह पूरी कोशिश हरियाणा सरकार की होगी। उन्होंने मेदांता समेत तमाम बड़े अस्पतालों में निश्शुल्क हार्ट सर्जरी की योजना से ग्रामीण इलाकों की बेटियों को लाभान्वित करने का भरोसा दिलाया।
सत्र को संबोधित करते हुए हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डा. केके अग्रवाल ने कहा कि हरियाणा में जन्म लेने वाली हृदय रोग ग्रस्त बेटियों का भारतीय हार्ट केयर फाउंडेशन और मेदांता अस्पताल निश्शुल्क इलाज करेगा। प्रधानमंत्री फंड, मुख्यमंत्री की आरोग्य निधि और अन्य गैर सरकारी संगठन इसमें सहयोग करेंगे। अग्रवाल ने बताया कि पिछले एक साल में उन्होंने 300 बच्चों के हार्ट के ऑपरेशन निश्शुल्क किए हैं, जिसमें हार्ट सर्जन डा. नरेश त्रेहन की महत्वपूर्ण भूमिका है। उनका संकल्प कि यह संगठन हर रोज एक गरीब हृदय रोगी बच्चे की मदद करेगा। मेदांता के सीएमडी डा. नरेश त्रेहन ने मुख्यमंत्री के सामने बच्चों के लिए एक 500 बेड का अस्पताल बनाने के लिए रियायती दर पर जमीन की मांग रखी। यह अस्पताल गैर लाभकारी होगा और इसमें बीपीएल बच्चों का इलाज निश्शुल्क होगा। इसमें इलाज के लिए विश्व की सारी सुविधाएं उपलब्ध होगी। मेदांता फाउंडेशन ने इसके लिए 50 करोड़ रुपए भी एकत्र कर लिए है।
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