स्वस्थ जीवन
कैसे जिए ?
अनूप कुमार बाजपेई
योग चिकित्सक
Mobile + 918882916065
यदि आप अपने को हमेशा जवान एवं स्वस्थ रखना चाहते
है तो अपनी दिनचर्या में कुछ नियमो को जोड़ ले यकीन मानिए आप ताउम्र खुशहाल और स्वस्थ
जीवन जियेंगे। प्रकति ने कुछ अपने नियम बनाये है यदि आप उन नियमों को अपने जीवन में
परिणित कर लेते है तो आप हमेशा रोगमुक्त जीवन जी सकते है । मनुष्य अपनी दिनचर्या एवं
खानपान नियंत्रण द्वारा स्वस्थ जीवन की कल्पना कर सकता है दिनचर्या में आप समय पर सोना,
जागना, उठना, बैठना एवं प्रकति से जुड़े रहना शामिल है। योग पिछले कई दशकों से आधुनिक
बिमारियों जैसे मानसिक तनाव, मोटापा, डायबिटीज, उच्य रक्तचाप, ह्रदय घात, गंभीर श्वशन
रोग, दमा, अस्थमा एवं माइग्रेन आदि रोगों में चिकित्सीय उद्देश्य में अनुशंधान का प्रमुख
विषय बना हुआ है ।
अनेक शोध अध्ध्यनों से स्पस्ट है की योग के द्वारा प्राचीनकाल से
ही अनेक तरह की रोगों एवं गंभीर बिमारियों को ठीक करने में सहायक है, साथ ही इसके अभूतपूर्व
लाभ एवं प्रभाव देखने में आते है। वर्तमान में जितने भी शोध कार्य हो रहे है उनमे योगासन
एवं प्राणायाम के माधयम अनेक रोंगो का इलाज सफलतापूर्वक किया जा रहा है।
१. ताजा एवं शुद्ध खानपान -कहावत है जैसा खाये अन्न, बैसा होव मन । आयुर्वेद में मनुष्य के खानपान पर बहुत
ही ज्यादा ध्यान दिया गया है कोशिश करे सदैव ताज़ा एवं शुद्ध भोजन ही करे अन्यथा न करे
। क्योंकि जो भी हम खाते है उसका प्रभाव हमरे शरीर, इन्द्रीओं एवं मन पर पड़ता है और
शरीर से वैसे ही हार्मोन का रिसाव होता है
जो की अमृत या विष भी हो सकता है । हो सके तो हरी पत्तेदार सब्जियां, दाल, फल एवं चोकर
युक्त आटे की रोटियां और घर का पका हुआ खाना खाये ।
डिब्बा बंद भोजन बहुत ही हानिकारक
होता है साथ ही सफ़ेद चीजे जैसे चीनी, नमक, मैदा, चावल एवं आलू का सेवन कम से कम करे
और दिन में २ से तीन लीटर जल आवश्य पिए । जब आप गुस्से या तनाव में हो उस समय भोजन
न करे अन्यथा वो आपको विमार बना देगा, खुश होकर और आराम से धीरे धीरे भोजन करे और पानी
का सेवन ३० मिनट बाद करे तब आप हमेशा स्वस्थ एवं खुशहाल रहेंगे ।
२.
वजन को नियंत्रित रखे - आज
समस्त विश्व में मोटापे के कारण लाखों लोग अपनी जान गवा रहे है मोटापे से अनेक बीमारियां
होती है जैसे - शुगर, उच्य रक्तचाप, अनिद्रा, खर्राटे आना आदि । आपकी लम्बाई के अनुसार
आपका वजन होना चाहिए जिसे BMI सूचकांक द्वारा मापा जाता है यदि आपका वजन अधिक है तो
आपका BMI अधिक रहेगा, अतः आप अपने वजन को नियंत्रित करे और बिमारियों से बचे । वजन
बढ़ने की मुख्य वजह अत्यधिक खानपान एवं अंनियंत्रित जीवनशैली है । जब भूख लगे तभी खाये
और पेट को डस्टबिन न समझे, जो मन में सब न खाये शांत मन से अच्छा भोजन ही करे तभी आपका
वजन नियंत्रित रहेगा ।
३. एक घंटा अपने लिए निकाले : ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक आलेख
के अनुसार जो व्यक्ति प्रतिदिन व्यायाम या योग करते है उनकी उम्र अधिक होती है । आप
लम्बी उम्र और रोगमुक्त जीवन चाहते है तो आपको नित्य अपने लिए एक घंटा देना ही होगा
तभी आप स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी पाएंगे । आइये जानते है एक घंटा इतना महत्पूर्ण क्यों
है, अनेक वैज्ञानिक अध्ध्यनों से ज्ञात होता है की जो व्यक्ति रोज एक घंटा कसरत, व्यायाम,
जिम, साइकिलिंग, रनिंग और योग करते है वो आम व्यक्ति जो बिलकुल भी व्यायाम नहीं करते
उनसे अधिक उम्र तक निरोगी होकर जीते है । अनेक योग अध्ध्यनों से स्पस्ट है की योग से
मन, शरीर एवं इंद्रियां आपके अनुसार काम करती है आप अधिक कुशलता सोच पाते है । योग एक आध्यत्मिक प्रक्रिया एवं विज्ञान है,
जिसके द्वारा शरीर, मन (इन्द्रियों) और आत्मा को एक साथ लाने का कार्य ही योग है ।
४.
हमेशा सकारात्मक रहे : यदि
आप स्वस्थ जीवन की कल्पना करते है तो आप हमेशा सकारात्मक रहने का प्रयास करे । थिंक पॉजिटिव बी ऑप्टिमिस्टिक यानि जब तक
आप सकारात्मक रहेंगे आपकी सोच भी सकारात्मक रहेगी और आप औरों से अधिक सफल रहेंगे ।
अपने विचारों को हमेशा शुद्ध एवं सकारात्मक रखे इससे आपको अन्नत ऊर्जा मिलेगी साथ ही
आप अपने जीवन में आने वाली समस्याओं को आसानी से हल कर पाएंगे, जब आप सकारात्मक रहेंगे
तो आपके अंदर बिषैले पदार्थों का रिसाव नहीं होगा और आप हमेशा स्वस्थ जीवन जियेंगे
।
मानव शरीर में खुद को ठीक करने की अद्भुद विराजमान है सेल्फ मैडिटेशन या सेल्फ हीलिंग
बहुत ही कारगर पद्धति है यदि आप निरंतर अच्छा सोचते है तो आप एक दिन अवश्य ही अच्छे
बन जायेंगे, अमेरिका में सेल्फ हीलिंग यानि खुद को ठीक करने का बहुत बड़ा अस्पताल है
वहां पर हर व्यक्ति खुद को सही करने के लिए अपने मन में सदैव विश्वास करता है । यदि
आप निरंतर सोचते रहेंगे की में बीमार हूँ तो आप निश्चित ही बीमार हो जायेंगे ठीक उसी
प्रकार यदि आप खुद को समझाने में सफल रहे की अब में स्वस्थ हो रहा हूँ तो एक दिन आप
अवश्य ठीक हो जायेंगे ।
५.
बच्चे बनकर जिए : यदि आप स्वस्थ
रहना चाहते है तो अपने अंदर की बच्चे को जगा कर रखें खूब हसे, ठहाके लगाए, बच्चों के
साथ खेले और हो सके तो अपने अहम को त्याग दे और जिस तरह छोटा बच्चा रहता है वैसे रहने
का प्रयास अवश्य करे यकीन मानिये आप हमेशा जवान और खुशहाल रहेंगे । अपने को हमेशा वर्तमान
में रखने की कोशिश करे न ही भूतकाल में जाये और न ही भविष्य की कल्पनाओं में खोये रहे
यदि आप वर्तमान में रहते है तो उस हर एक पल को खुलकर जिए और निश्चिन्त रहे, क्योंकि
आपके हाथ में कुछ नहीं है आप न ही किसी को बना सकता है और न ही समझा सकते है दूसरों
को समझाते समझाते आप न समझ हो जायेंगे ।
६.
नशे से दूर रहे : स्वस्थ जीवन
जीने के लिए नशें से दूर रहना परम आवश्यक है यदि आप इस भयानक आग से दूर रहेंगे तो आप
निश्चित ही स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन की भागीदार होंगे अन्यथा आप भी लिवर, किडनी, और
मानसिक रोगों से मुक्त नहीं रह पयोगे । शराब, धूम्रपान, जुआ, लालच ये सभी बहुत ही खतरनाक
नशे है इनसे हमेशा दूर रहे तभी आप रोगमुक्त जीवन जी सकते है
No comments:
Post a Comment