Classification of overweight and obesity in adults according to
Body Mass Index
Classification |
BMI (kg/m2) |
Risk of Co-morbidities |
Underweight |
<18.5 |
Low (but risk
of other clinical problems increased) |
Normal Range |
18.5-24.9 |
Average |
Overweig |
25.0-29.9 |
Mildly
increased |
Obese |
>30.0 |
|
Class I |
30.0-34.9 |
Moderate |
Class II |
35.0-39.9 |
Severe |
Class III |
>40.0 |
Very severe |
आजकल के माहौल में थकना मना, लेकिन थकान में
सभी है इस वजह से स्ट्रेस यानि तनाव एवं अवसाद में सभी लोग जीने को मजबूर है। यही तनाव
धीरे धीरे अनेक रोगों की वजह बन जाता है । आजकल की जीवनशैली में सभी लोग चिंता, भय,
असुरक्षा, अत्यधिक चिंतन, एवं कम समय में अधिक से अधिक संग्रह की होड़ में लगे है ।
बाहरी वस्तुओं से अधिक प्रेम ही तनाव एवं रोग का कारण है । खान-पान की गलत आदत और जीवनशैली
में व्यापक बदलाव की वजह से आज ह्रदय रोग, मोटापा एवं अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियां
बहुत तेजी से बढ़ रही है ।
वर्तमान में मोटापा या बढ़ते वजन से लगभग विश्व
के सभी लोग परेशान है और यह बहुत ही तेजी से बढ़ता है और जब तक आप सचेत नहीं होते ये
लगातार बढ़ता ही रहता है और आप को अनेक रोगों से ग्रसित हो जाते है। मोटापे के अनेक
दुष्परिणाम है जिसमे स्वस्थ जीवन सबसे अधिक प्रभावित होता है ।
मनुष्य को प्रकृति के द्वारा बहुत ही संतुलित
एवं हष्ट पुष्ट शरीर प्राप्त होता है, परन्तु गलत रहन-सहन, बुरी आदत, अनियमित जीवनशैली
तथा खान-पान में लापरवाही ही आपको मोटापा की ओर धकेल देता है और जिस शरीर पर कल तक
आप नाज़ करते थे अब वही आपसे देखा नहीं जाता है । मोटापे में शरीर का वजन ऊंचाई के मान
से अधिक होता है । आधुनिक समय में यह एक बहुत ही जानलेवा बिमारिओं का कारण बन रहा है
।
मोटापे का मुख्य कारण बहुत अधिक भोजन का सेवन
है जबकि शारीरिक श्रम की कमी, जिस वजह से वह मोटापे में बदल जाता है । साथ ही जो ऊर्जा
शरीर में ज्यादा उत्पन्न होकर अतिरिक्त चर्वी के रूप में जमा हो जाती है । ये चर्वी
शरीर के उन अंगो में एकत्र हो जाती है जिनका हम बहुत कम उपयोग करते है ।