Saturday, November 3, 2018

टेंशन मुक्ति की अचूक तरकीब (How to reduce your stress level)


टेंशन मुक्ति की अचूक तरकीब
इन दिनों भाग-दौड़ की जिंदगी में अमूमन लोग कुछ हद तक टेंशन (तनाव) में रहते है। तनाव पैदा होने की कई वजह हो सकती है, जैसे किसी तरह का टकराव, बढ़ती प्रतिस्पर्धा काम करने की समय सीमा धन कमाने की होड़ दुख, नाउम्मीद आदि। ऐसे समय में आप खुद को पहचानिए और अपनी क्षमता के अनुसार काम में लचीला रूख अपनाइए ताकि आप लगातार उत्साहित होते रहे। बहरहाल टेंशन से निजात पाने के लिए सहज तरकीब के जरिये आपको इससे मिलेगी मुक्ति और मानसिक शांति।
1.          सकारात्मक सोचआप नकारात्मकता को उत्सर्ग कर सकारात्मक सोच रखें। यह सोच हमेशा हमें मन मस्तिष्क के अंदर-बाहर किसी भी बात से परेशान होने नहीं देती और दिशा निर्देश दे कर शांति स्तर पर पहुंचती है जबकि नकारात्मक सोच हमारी जिन्दगी को दिग्भ्रमित कर देती है। 
2.          प्राणायाम या व्यायाममन-मस्तिष्क को तरोताजा रखने के लिए प्राणायाम या व्यायाम एक बेहद उपयोगी साधन है। इसके यमित अभ्यास करने से कांतिमय तो होते ही है। साथ ही हम हल्का फुल्का महसूस करते है और अंदर मौजूद ऊर्जा का सदुपयोग कर पाते हैं तथा मानसिक तनाव रहित हो जाते हैं। 
3.          प्रसन्नताहर दर्द की दवा है प्रसन्नता। टेंशन मुक्ति के लिए हास-परिहास को जिंदगी में शामिल कर प्रसन्नचित रहिए। यह आपके क्रोध, चिंता, खिन्नता, निराशा और चिड़चिड़ेपन आदि पर मरहम का काम करता है। 
4.          दिनचर्या का बदलावनित्य एक ही काम करने या एक ही जगह ठहरने से मानव स्वभाव बदलाव चाहता है तो रुचि के अनुसार दिनचर्या का बदलाव करें। इससे अपने बारे में अच्छा महसूस करेंगे और जीवन की एकरसता टूटेगी। 
5.          अपने लिए वक्तभाग दोड़ की जिंदगी में अपने लिए वक्त निकाले। यह आपका हक है जिसके आधार पर आप तय कर सकते हैं कि आपकी मंजिल क्या है? यह आपकी निजी खोज है।इसे कोई छीन नहीं सकता। 
6.          नयी पहलअक्सर अवसर चूक जाने के पश्चात पछतावे के अलावा और कुछ हाथ नहीं लगता इसलिए जो बीत गई सो बात गई, वाला कथन अपनाइए और आगे की सुधि लेते हुए नई पहल करें। 
7.          रचनात्मक कार्यखाली समय मूड का सबसे बड़ा दुश्मन माना गया है। अत: सदैव दिमाग को रचनात्मक कार्यों में लगा देने से मूड खुशनुमा बना रहता है और मानसिक बाधाए दूर हो जाती है। अगर आप उपरोक्त टिप्स पर अमल करें तो निश्चय ही जिंदगी की भागम भाग में सबसे सद्भूत तथा टेंशन मुक्त होकर तरोताजा दिखेंगे।
8.            खुल कर करें मेल : मिलाप अक्सर देखने में आता है कि व्यक्ति काम की अधिकता और व्यस्तता के कारण परिवार और मित्रों के साथ के लिये भी वक्त नहीं निकाल पाता। होना यह चाहिये कि प्रतिदिन, चाहे आधा घंटा ही सही पर अपने प्रियजनों के लिये वक्त अवश्य निकालना चाहिये। अपनों के साथ अपने सुख-दु: बांटने से तनाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
9.          संगीत में स्नान : संगीत को सिर्फ मनोरंजन मानना बहुत बड़ी भूल है। संगीत सिर्फ कला ही नहीं वह ध्यान, चिकित्सा पद्धति और आध्यात्मिक साधना सब कुछ एक साथ है। प्रतिदिन 20 से 30 मिनट तक कोई अच्चा संगीत अवश्य सुने। संगीत ऐसा हो जो आपके दिमाग से विचारों की उथल-पुथल को शांत करके आपको गहरे मौन और ध्यान की गहराइयों में पहुंचा सके।
10.       मेडिटेशन : अगर कहा जाए कि संसार की अधिकांश समस्याओं को सिर्फ  ध्यान के बल पर ठीक किया जा सकता है तो इसमें कोई भी अतिशयोक्ति नहीं है। नियमित ध्यान के अभ्यास से व्यक्ति में इंसानियत और मानवीयता के सद्गुणों का जन्म होता है। ध्यान से मानसिक तनाव को दूर करना सबसे अधिक कारगर और अचूक उपाय है।

Sunday, October 21, 2018

Sinus Treatment through Jalneti Kriya...

Jala Neti – Yoga for Cleaning your Sinuses

Jala Neti is a yogic technique to clean your sinuses. Neti is one of the six purification methods in Hatha Yoga. The sinus cavities can get clogged with impurities which may cause infections, inflammations and headaches. The yogic text Hatha Yoga Pradeepika gives a simple method to keep your sinuses clean. The text gives six practices for cleansing the body and to prepare the body and mind for higher practices of Yoga. These are called Shatkarmas. One of them deals with Nasal hygiene and is called Neti. Nasal hygiene is extremely important as it is linked to many conditions like sinusitis, migraine, headaches, allergies and asthma. Neti is a very simple practice that can be done along with your daily routine, say immediately after brushing your teeth in the morning. It takes just a few minutes and helps to relieve many of the problems related to the nasal and sinus cavities.

For the process:

  • You need a Neti pot.
  • A pinch of salt.
  • Lukewarm water.
Neti pot is usually small and has a long spout on one side, which is small enough to be inserted gently into one of the nostrils during the process.

The Cleansing:

It is a simple practice and can be done along with your daily routine, say right after brushing your teeth in the morning. It takes just a few minutes.

The Benefits

  1. A daily practice helps maintain the nasal hygiene by removing the dirt and bacteria trapped along with the mucus in the nostrils.
  2. It pacifies the sensitive tissues inside the nose, which can assuage a bout of rhinitis or allergies.
  3. It is very effective in dealing with asthmatic conditions making breathing easy.
  4. It reduces tinnitus and middle ear infections.
  5. It helps abate sinusitis or migraine attack.
  6. It can alleviate upper respiratory complaints like sore throats, tonsils and dry coughs.
  7. It can clear the eye ducts and improve vision.
  8. Clearing of nasal passages helps improve sense of smell and thereby improves digestion.
  9. It actually calms the nervous system and the mind. Helps relieve stress and brings clarity to the mind.
  10. People have experienced reduction in their anger by practicing Jal Neti regularly.
  11. The yogis practice this as it improves the quality of their meditation.

Jal Neti: Take care

  1. The nose should be dried properly after the process.
  2. People with high blood pressure should be careful during this part. If one feels dizzy while drying the nose then it should be done standing upright.
  3. Take care that you do not leave any water in the nasal passages as it might cause an infection.
  4. Like any other yogic practice learn it from an expert practitioner.
  5. Jal Neti goes beyond nasal cleansing and helps in aligning your body, mind and soul. Hence, it should be practiced daily and not when one has a nasal blockage or cold.

समस्या बिना कारण नहीं आती, उनका आना आपके लिए इशारा है कि कुछ बदलाव

जीवन में समस्याएं आना आम है। लेकिन इनसे घबराने की बजाय, इनका सामना करने और अपनी ज़िंदगी को बेहतर बनाने के कई तरीके हैं। यहाँ कुछ सुझाव दिए ग...